Ashok Upadhaya
बचपन से ही मेरा श्री यमुना जी से गहरा लगाव था क्योंकि वह सूर्यवंश की पुत्री हैं, और हमारी माताजी श्री यमुना जी को एक बेटी के रूप में मानती थीं। हम लोग अयोध्या के रहने वाले हैं, इसलिए यह भाव स्वाभाविक था। लेकिन मेरा श्री यमुना जी से सच्चा जुड़ाव तब शुरू हुआ जब मुझे श्री गुरुदेव से मंत्र दीक्षा प्राप्त हुई। दीक्षा के दौरान श्री गुरुदेव ने मुझसे श्री यमुना जी की सेवा मांगने को कहा और मुझे जय मंत्र का प्रसाद दिया। उन्होंने कहा, "इस मंत्र का जितना जाप करोगे, उतना ही श्री यमुना जी के प्रति तुम्हारे हृदय में भाव जागृत होंगे।"
श्री गुरुदेव के आदेश का पालन करते हुए, मैंने दिल्ली में श्री यमुना वत्सल्य क्षेत्र में सेवा शुरू की। तब से मेरा जीवन और मेरी हर सांस श्री यमुना जी की सेवा के लिए समर्पित हैं। भविष्य में क्या होगा, यह तो केवल ईश्वर जानते हैं, लेकिन मेरी कामना है कि जब तक जीवित रहूं, मैं यह सेवा करता रहूं।
"फ्रेंड्स ऑफ यमुना फाउंडेशन" नाम भी ईश्वर का ही आशीर्वाद है। एक बार मैं हिंदुस्तान टाइम्स और फ़ीवर 104 एफएम के कार्यक्रम में शामिल था, जहाँ आरजे शरद जी ने सुझाव दिया कि हम "फ्रेंड्स ऑफ यमुना" नाम से एक सेवा समूह बनाएँ और श्री यमुना जी की सेवा को संगठित रूप से आगे बढ़ाएँ। मैं इस सेवा में व्यक्तिगत रूप से योगदान करता हूं, लेकिन इस सेवा को व्यापक रूप और बड़ा विस्तार देने में सबसे बड़ा योगदान श्री रमेश गुप्ता जी का है, जो फ्रेंड्स ऑफ यमुना फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं।
जिस प्रकार शरीर प्राणों से चलता है, उसी प्रकार श्री यमुना जी की सभी सेवाएँ श्री रमेश गुप्ता जी की उदारता और दानवीरता के कारण चल रही हैं। वे एक गृहस्थ संत हैं, जिन्होंने हमेशा बिना किसी प्रश्न के सहायता प्रदान की। उनके मार्गदर्शन में, हमारी कोशिशें श्री यमुना जी के जल को शुद्ध करने और दिल्ली में यमुना के किनारे नए तीर्थस्थलों के निर्माण की दिशा में बढ़ रही हैं।
हमें विश्वास है कि ये तीर्थस्थल दिव्यता से परिपूर्ण होंगे। एक ऐसा अलौकिक वातावरण बनेगा जो हर व्यक्ति को श्री यमुना जी के प्रति भाव विभोर कर देगा। सरकार के मार्गदर्शन और उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप हमारी सेवाएँ चलती रहेंगी। जन-जन का सहयोग लेंगे और अधिक से अधिक लोगों को इस सेवा से जोड़ेंगे।
यह सेवा की लहर आनंद, उत्साह और उमंग से भरी होगी। सामूहिक प्रयासों से शुद्ध जल सहज रूप से उपलब्ध होगा। आइए, हम सब मिलकर माँ यमुना की दिव्य सेवा में भागीदार बनें।
जय माँ यमुना!